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अहमदाबाद विमान हादसा: लोडिंग रिक्शा चालक की बेटी पायल की पहली उड़ान ही बनी आखिरी, उम्मीद बस अब एक दर्दनाक कहानी

अहमदाबाद में हाल ही में हुआ विमान हादसा केवल एक तकनीकी त्रासदी नहीं, बल्कि सैकड़ों टूटे हुए सपनों की अंतिम चीख बनकर रह गया। 265 मासूम जिंदगियाँ उस पल राख में तब्दील हो गईं, जब एयर इंडिया की फ्लाइट टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इन सभी चेहरों में एक नाम ऐसा भी था जिसने पूरे देश की आंखें नम कर दी

Telly Reporter
3 Min Read

अहमदाबाद में हाल ही में हुआ विमान हादसा केवल एक तकनीकी त्रासदी नहीं, बल्कि सैकड़ों टूटे हुए सपनों की अंतिम चीख बनकर रह गया। 265 मासूम जिंदगियाँ उस पल राख में तब्दील हो गईं, जब एयर इंडिया की फ्लाइट टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इन सभी चेहरों में एक नाम ऐसा भी था जिसने पूरे देश की आंखें नम कर दी

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राजस्थान की मूल निवासी पायल खटीक, पिछले कुछ वर्षों से गुजरात के हिम्मतनगर में अपने परिवार के साथ रह रही थीं। एक साधारण परिवार की असाधारण बेटी, जिसके पिता सुरेशभाई खटीक हिम्मतनगर में लोडिंग रिक्शा चलाकर अपने परिवार का पालन-पोषण करते हैं। उन्होंने तमाम आर्थिक तंगी और कठिन हालातों के बावजूद अपनी बेटी पायल को पढ़ाया, उसे बेहतर भविष्य देने के लिए दिन-रात एक कर दिए। उनके लिए पायल सिर्फ़ बेटी नहीं, उनके सपनों की उड़ान थी। आपको बता दें पायल एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करती थी और कंपनी की तरफ से काम के सिलसिले में लंदन जा रही थी।

पायल को क्या पता था उसका पहला सफर आखिरी सफर बन जाएगा ।

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जब पायल की मौत की खबर उनके घर पहुंची, तो सन्नाटा चीखों में बदल गया। जिस समय विमान ने उड़ान भरी, पायल ने अपने पिता से कहा था – “पापा, चिंता मत करना… सब ठीक रहेगा।” यह वाक्य आज उनके परिवार के कानों में गूंजता है, हर बार आंखों से आंसू बनकर बहता है। मां बेसुध पड़ी हैं, और पिता सुरेशभाई अपनी बेटी की तस्वीर को सीने से लगाए रोते हुए बस एक ही बात दोहराते हैं – “मेरी पायल तो बहुत होशियार थी… वो संभल जाती पक्का।” आसपास के लोग पायल खटीक को याद किया और बताया कि वह बचपन से ही स्कूल में टॉपर थी। परिचितों ने कहा कि उसने अपने परिवार और भारत का नाम रोशन करने का सपना देखा था। ऐसे में सालों के मेहनत के बाद परिवार की इकलौती आशा की किरण को खो देना उनके माता पिता के लिए गहरा सदमा है जिससे उबर पाना उनके लिए नामुमकिन है।      

अहमदाबाद एयर इंडिया प्लेन क्रैश हादसे में रहत कार्य बचाव के दौरान मलबे से सिर्फ़ एक जीवित व्यक्ति मिला। बाकी सब यादें बनकर रह गए। प्रधानमंत्री ने हादसे पर दुख जताया, सरकार और संबंधित संस्थानों ने आर्थिक सहायता की घोषणा की, लेकिन क्या ये सब उस दर्द को भर पाएगा, जो एक पिता के टूटे हुए दिल में समाया है?

Keywords: एयर इंडिया विमान हादसा, Air India Plane Crash, Ahemdabad Plane Crash, गुजरात विमान हादसा, DGCA, Air India Ahmedabad Flight Crash News, Air India Boeing 787 Dreamliner Crash

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