युद्ध में फंसे ईरान से भारतीय छात्र-छात्राओं को निकालने के लिए सरकार ने ऑपरेशन सिंधु चलाया है। जिसके तहत 110 भारतीय छात्र को ईरान से फिलहाल निकाल लिया गया है। फिलहाल जिन छात्रों को सुरक्षित वहां से लाया गया है उसके अभिभावकों( parents) ने सरकार के प्रति आभार जताया है।
इजराइल और ईरान के बीच संघर्ष के बीच ऑपरेशन सिंधु के तहत ईरान से निकाले गए 110 भारतीय नागरिकों को लेकर एक विमान दिल्ली पहुंचा। ईरान के उर्मिया से निकाले गए छात्रों ने भारत सरकार का आभार जताया। निकाले गए एक छात्र ने कहा कि भारतीय अधिकारियों ने अच्छा काम किया और सभी छात्रों को निकाला जा रहा है।
ईरान और इजरायल के बीच में जारी जंग लगातार भीषण होती जा रही है। इजरायल जहां ईरान में राजधानी तेहरान, न्यूक्लियर साइट और सैन्य ठिकानों को टारगेट कर रहा है। वहीं ईरान भी इजरायल में सैन्य ठिकानों को तबाह करने में लगा है। जंग के बीच हजारों भारतीय ईरान और इजरायल में फंसे हुए हैं। अकेले ईरान में ही 10000 से ज्यादा भारतीय फंसे हैं जिनमें आधे से ज्यादा स्टूडेंट्स हैं। भारत सरकार ने युद्ध के बीच से भारतीयों को निकालने के लिए ऑपरेशन सिंधु लॉन्च किया है।
ईरान से लौटने वाले छात्रों में 54 लड़कियां भी शामिल, ऑपरेशन सिंधु के तहत ईरान से 110 छात्रों का ग्रुप दिल्ली पहुंच चुका है। इन छात्रों को आर्मेनिया के रास्ते भारत लाया गया है। इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट देर रात 3 बजकर 43 मिनट पर दिल्ली लैंड हुई। इन 110 छात्रों में 94 जम्मू-कश्मीर से हैं जबकि 16 लोग अन्य 6 राज्यों से है। ईरान से लौटने वाले छात्रों में 54 लड़कियां भी शामिल हैं। सकुशल देश वापस आने के बाद इन छात्रों के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी।
ईरान से भारत आने वाले छात्र मुख्य रूप से मेडिकल (एमबीबीएस) की पढ़ाई करने के लिए आते हैं। ईरान में मेडिकल की पढ़ाई भारत की तुलना में सस्ती है, और कुछ ईरानी विश्वविद्यालय भारतीय छात्रों को आकर्षित करते हैं क्योंकि वे एमबीबीएस के बराबर डिग्री प्रदान करते हैं। विशेष रूप से, भारतीय छात्र ईरान के विभिन्न विश्वविद्यालयों में एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए जाते हैं। ईरान में धार्मिक शिक्षा (शिया) के लिए भी कुछ भारतीय छात्र जाते हैं।